शिक्षा से ही समाज का विकास सम्भव : पुष्पा सैनी
सैनी सभा भवन में पुस्तकालय का उदघाटन
कोटपूतली में धूमधाम से मनाई गई सावित्री बाई फुले की 192 वीं जयंती
कोटपूतली। कस्बा स्थित सैनी सभा भवन नं. एक पर सैनी सभा संस्था की ओर से मंगलवार को प्रथम शिक्षिका माता सावित्री बाई फुले की 192 वीं जयंती बड़े ही धुमधाम के साथ मनाई गई। इस मौके पर सभा भवन पर स्थापित की गई लाईब्रेरी (पुस्तकालय) का उदघाटन मुख्य अतिथि नगर परिषद् सभापति पुष्पा सैनी ने फीता काटकर किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सभापति ने कहा कि शिक्षा से ही किसी भी समाज का विकास सम्भव है। जरूरत इस बात की है कि हम ज्यादा से ज्यादा शैक्षणिक व सह शैक्षणिक गतिविधियों को बढ़ावा दें, ताकि हमारी समाज की प्रतिभायें निखर कर सामने आ सकें। सभापति ने माता सावित्री बाई के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जिस प्रकार उन्होंने बालिकाओं के लिए शिक्षा के द्वार खोले, उसी प्रकार बालिका शिक्षा के लिए विशेष प्रयास किये जाने की आवश्यकता है। इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरूआत महात्मा ज्योतिबा फुले व मां सावित्री बाई फुले के चित्र के समक्ष द्वीप प्रज्जवलन के साथ हुई। पुस्तकालय का संचालन सैनी समाज कर्मचारी अधिकारी विकास संस्था राजस्थान शाखा कोटपूतली द्वारा किया जा रहा है। शाखा अध्यक्ष ख्यालीराम गुरूजी ने सावित्री बाई के जीवन पर प्रकाश डालते हुए पुस्तकालय उपयोगिता व संचालन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस मौके पर प्रतिभावान बालिकाओं का सम्मान किया गया। अध्यक्षता करते हुए पूर्व चैयरमैन शंकर लाल सैनी ने पुस्तकालय को 21 हजार, दिलावर सिंह ने 21 हजार, प्रहलाद सैनी आईटीआई वाले ने 5100, सत्यनारायण खेमजी ने एक वर्ष का वाईफाई इन्टरनेट एवं विक्रम सैनी ने सीसीटीवी कैमरे दिये। सभी भामाशाहों का भी सम्मान किया गया। संचालन करते हुए सभाध्यक्ष राकेश सैनी ने बताया कि पुस्तकालय में प्रवेश के लिए फॉर्म चालु कर दिये गये है, उक्त फॉर्म सभा भवन पर संस्था कार्यालय में उपलब्ध है। जहाँ से इच्छुक छात्र-छात्रायें इन्हें प्राप्त कर सकते है। इस दौरान एड. दुर्गाप्रसाद सैनी, पूर्व चैयरमैन प्रकाश चंद सैनी, बिड़दीचंद सैनी, हनुमान प्रसाद, प्रमोद गुरूजी, जगदीश खेमजी, कन्हैयालाल सैनी, रामकुंवार सैनी आदि ने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम में पार्षद कृष्ण कारोडिय़ा, रोहिताश सैनी, एड. योगेश सैनी, रामसिंह सैनी, ओमप्रकाश, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कमल सैनी, हजारी लाल, एड. शिम्भुदयाल, महावीर सांखला, रमन सैनी, एड. नवीन सैनी, सुभाष सैनी, पवन सैनी, लीलाराम, नत्थुराम अमीन, कन्हैयालाल, राधेश्याम, मिथलेश, ललित समेत बड़ी संख्या में सैनी समाज के लोग मौजूद थे।