राजस्थान में सोशल मीडिया पर गैंगस्टर्स के फॉलोअर्स पर पुलिस कसेगी नकेल, राज्य में कल से चार माह तक पुलिस चलाएगी अभियान
Bhiwadi/ Jaipur. राजस्थान पुलिस ( Rajasthan Police) की ओर से सोशल मीडिया पर गैंगेस्टर्स (Social Media) के फॉलोअर्स पर नकेल कसने के लिए 1 जनवरी 2023 से अप्रैल 2023 तक 4 माह का एक राज्य स्तरीय विशेष अभियान चलाया जाएगा। अभियान की मॉनिटरिंग जिला स्तर पर एसपी और रेंज स्तर पर आईजी करेंगे। राज्य के सभी जिलों के एसपी ऑफिस में परामर्श प्रकोष्ठ काउंसलिंग सेल (Counseling Cells) का गठन किया जा रहा है। इस संबंध में पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने आदेश जारी किए हैं। यह सेल स्थानीय पुलिस द्वारा उपलब्ध करवाए गए डाटा के आधार पर चयनित भटके हुए युवाओं की सकारात्मक काउंसलिंग करेगी। पुलिस परामर्श प्रकोष्ठ सोशल मीडिया सेल द्वारा उपलब्ध कराए गए डाटा के आधार पर चयनित भटके युवाओं की सकारात्मक काउंसलिंग करेगी। पिछले दिनों प्रदेश में गैंगस्टरों ने खूब अशांति फैलाई है. ऐसे में पाया गया था कि सब कुछ सोशल मीडिया के माध्यम से हो रहा था। पुलिस इसीलिए इस अभियान को चलाने जा रही है, क्योंकि विधानसभा चुनाव पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण हो जायेगा।
भटके युवाओं को ठीक करने की कोशिश
डीजीपी मिश्रा ने बताया कि सोशल मीडिया साइट के द्वारा बढ़ रहे अपराधों पर निगरानी रखकर सोशल मीडिया साइट्स पर सक्रिय अपराधियों के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई जिलों में कार्यरत सोशल मीडिया प्रकोष्ठ द्वारा किया जा रहा है. जिलों में नव स्थापित काउंसलिंग सेल सक्रिय अपराधियों एवं गैंगस्टर से प्रभावित होकर सोशल मीडिया पर फॉलोअर बनने वाले युवाओं को ऐसे अपराधियों से दूर रखने, सोशल मीडिया साइट पर निगरानी रखने और भटके युवाओं को सही दिशा में लाने के लिए गठित की गई है.
एएसपी हेड क्वार्टर होंगे नोडल अधिकारी
डीजीपी ने बताया कि जिलों के परामर्श प्रकोष्ठ (Counselling Cell) में एएसपी हेड क्वार्टर नोडल अधिकारी का कार्य करेंगे। जिले में पदस्थापित वरिष्ठ महिला पुलिस अधिकारी, सोशल मीडिया सेल प्रभारी और जिले में कार्यरत मनोचिकित्सक, मनोवैज्ञानिक या वरिष्ठ चिकित्सा कर्मी इसके सदस्य होंगे। काउंसलिंग सेल के कार्यों का पर्यवेक्षण अपराध शाखा द्वारा किया जाएगा।
इस वजह से होते हैं प्रभावित
एडीजी (क्राईम) डॉ रवि प्रकाश मेहरडा ने बताया कि छोटे से लेकर बड़े गैंगस्टर सोशल मीडिया पर खुद को रोबिन्हुड स्टाइल में प्रस्तुत कर फोटो-वीडियो शेयर करते हैं। कुछ नौजवान उनकी इस छवि से प्रभावित होकर उनके फॉलोअर्स बन जाते हैं और धीरे-धीरे जुर्म की दुनिया की ओर अग्रसर हो जाते हैं। सोशल मीडिया पर बदमाशों का महिमामंडन पुलिस के लिए चुनौती बन गया है। इसी वजह से जिलों में कार्यरत साइबर प्रकोष्ठ एवं सोशल मीडिया प्रकोष्ठ को मजबूत एवं सुदृढ़ किया जाना आवश्यक हो गया।
युवाओं को सही राह दिखायेगी काउंसलिंग सेल
काउंसलिंग सेल सोशल मीडिया सेल के उपलब्ध करवाए गए डेटा के आधार पर निश्चित डेट पर परिजनों की उपस्थिति में युवाओं की सकारात्मक काउंसलिंग करेगी। गैंगस्टर एवं समाज कंटको से प्रभावित युवाओं को सकारात्मक सोच एवं कार्यों की ओर प्रेरित करने का प्रयास किया जाएगा। परामर्श के लिए उन ही युवाओं को चिन्हित किया जाएगा जो युवा अभी अपराधी नहीं बने हैं, लेकिन अपराधियों की ओर आकर्षित हो रहे हैं। अपराधों में लिप्त युवाओं की निगरानी के बाद प्राप्त सूचनाएं संबंधित थाना अधिकारी को दी जाएगी। परामर्श दिए गए युवाओं का फॉलोअप भी नियमित रूप से सोशल मीडिया सेल द्वारा किया जाएगा। परामर्श के बाद उन युवाओं के आचरण एवं विचरण में बदलाव हुआ या नहीं, उसके रिकॉर्ड में टिप्पणी अंकित की जाएगी।
– अपराधिक प्रवृत्ति के बदमाशों के फॉलोअर्स बने युवाओं और आमजन को जागरूक करने के लिए 1 जनवरी 2023 से अप्रैल 2023 तक 4 माह का एक राज्य स्तरीय विशेष अभियान चलाया जाएगा। इसमें जिला स्तर पर एसपी एवं रेंज स्तर पर आईजी द्वारा मॉनिटरिंग की जाएगी, जिससे अपराध पर रोक लगाया जा सके।
– डॉ आरपी मेहरड़ा, एडीजी ( क्राईम) राजस्थान पुलिस।