भारतीय विकेटकीपर ऋषभ पंत सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल, डिवाईडर से टकराकर कार में लगी भीषण आग
NCR Times, Sports Desk
Delhi. भारत के स्टार क्रिकेटर ऋषभ पंत ( Rishabh Pant) की बीएमडब्ल्यू ( BMW) कार शुक्रवार को दिल्ली-देहरादून राजमार्ग पर सड़क के डिवाइडर से टकरा गई, जिससे कार में आग लग गई। इसके बाद कार का शीशा तोड़कर ऋषभ पंत को बाहर निकाला गया। उनके सिर व पैर में गंभीर चोट लगी है। घायल ऋषभ पंत (25) के करीबी सूत्रों ने बताया कि वह दिल्ली से रुड़की अपने आवास के लिए आ रहे थे तभी उनकी कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई। कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गई और काफी बुरी तरह से जल गई। यह हादसा मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के एनएच 58 पर हुआ। सूत्रों की मानें तो इस घटना में पंत का पैर फ्रैक्चर हो गया है।
देहरादून में चल रहा ईलाज
दुर्घटना के बाद तुरंत 108 की मदद से उपचार के लिए पन्त को रुड़की के सिविल अस्पताल भेजा गया। पंत की कार की जो तस्वीर सामने आई है, उसे देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये हादसा कितना भयानक रहा होगा। पंत की चोट की स्थिति क्या है, ये अभी साफ नहीं हैं लेकिन बताया जा रहा है कि वह गंभीर रूप से घायल हैं। पंत को देहरादून के मैक्स अस्पताल में शिफ्ट किया गया है।
कैसे हुआ हादसा?

ऋषभ पंत जिस मर्सिडीज कार से अपने घर लौट रहे थे, उसका नंबर डीएल 10 सीएन 1717 है। हादसे के बाद पंत की कार से कुछ पैसे भी गिर गए थे, जिन्हें स्थानीय लोगों ने उठा लिया।

रेलिंग से टकराई कार
जानकारी के मुताबिक, पंत के सिर और पैर में चोट आई है. हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस अधिक्षक देहात स्वप्न किशोर सिंह मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा किया। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो पंत की जाकर रेलिंग से टकरा गई और फिर कार में आग लग गई। उनकी कार नारसन कस्बे में पहुंची थी तभी अनियंत्रित हो गई और रेलिंग से टकरा कर पलट गई।
क्रिकेट से होंगे दूर
सूत्र के मुताबिक पंत का पैर फ्रैक्चर हो गया है। ऐसी स्थिति में वह लंबे समय तक क्रिकेट से दूर हो सकते हैं। हाल ही में उन्हें टीम इंडिया से भी बाहर कर दिया गया है। पंत को श्रीलंका के खिलाफ खेली जाने वाली टी20 और वनडे सीरीज के लिए टीम इंडिया में जगह नहीं मिली थी। खबरें आई थीं कि उनके घुटने में चोट थी और बीसीसीआई ने उन्हें राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में रिपोर्ट करने को कहा है। अब इस हादसे के बाद पंत की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। उनका जल्द वापसी करना मुश्किल होता दिख रहा है।