बीएमए सभागार में हुई एमएसएमई कार्यशाला, उद्यमियों को दी एमएसएमई योजनाओं की जानकारी
भिवाड़ी। सूक्ष्म, लघुऔर मध्यम उद्यम-विकास कार्यालय भारत सरकार की ओर से भिवाड़ी मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (बीएमए) के सहयोग से एमएसएमई सस्टेनेनल जेडईडी प्रमाणन योजना पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन बीएमए सभागार में किया गया। आर.एस.दहिया, सहायक निदेशक ने कार्यक्रम की थीम में जेडईडी स्कीम के बारे में बताया है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि वी.के.शर्मा, निदेशक, एमएसएमई-विकास कार्यालय, जयपुर ने बताया कि एमएसएमई को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय एमएसएमई बनाने के लिए योजना बीएमए अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह चौहान ने सभी एमएसएमई को जेडईडी स्कीम का फायदा लेने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में बलराम मीना, अन्वेषक ने जेडईडी स्कीम के लाभ, कार्य प्रमाणीकरण के पैरामीटर लागू करने व निखिल बंसल ने जेडईडी सिल्वर एवं गोल्ड प्रमाणीकरण के बारे जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जेडईडी प्रमाण पत्र ब्राॅन्ज, सिल्वर एवं गोल्ड तीन श्रेणियों में प्रदान किया जाता है, जिसके लिए 5 मानक कांस्य, 14 मानक सिल्वर एवं 20 मानक गोल्ड प्रमाणीकरण के लिए है। इन प्रमाण पत्र पर आने वाले खर्चें में सुक्ष्म उद्योगों को 80 प्रतिशत,लघुु उद्योगों को 60 प्रतिशत एवं मध्यम उद्योगों को 80 प्रतिशत अनुदान प्रदान किया जाता है। साथ ही मिनिमम कांस्य प्रमाणीकरण पर आवष्यक जाँच सयंत्रं सिस्टम प्रमाणीकारण या प्रोडक्ट प्रमाणीकरण के लिए 75 प्रतिशत अनुदान भी दिया जाता है। सिल्वर प्रमाणीकरण एवं गोल्ड प्रमाणीकरण को राज्य सरकार द्वारा 5 लाख का अनुदान दिया जाता है। बीएमए में गुरुवार को जेडईडी प्रमाण पत्र रजिस्ट्रेशन शिविर का आयोजन किया जाएगा।

