एमपीएस के विद्यार्थियों को बताई युद्घ के नायकों की वीरगाथा, चार विद्यार्थियों का वीरगाथा परियोजना में चयन
Bhiwadi. कस्बे के अलवर बाईपास पर स्थित माडर्न पब्लिक स्कूल में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ( सीबीएसई) की ओर से वीरगाथा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में स्कूली बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया तथा उन्हें युद्ध नायकों की वीरगाथा के बारे में बताया गया। एमपीएस के प्रिंसिपल पी के साजू ने बताया कि सीबीएसई की ओर से स्कूली बच्चों को युद्ध के नायकों व वीरों के जीवन व उनकी वीरता की जानकारी देने के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया। साजू ने बताया कि कार्यक्रम के आयोजन का उद्देश्य विद्यार्थियों के अंदर देशप्रेम के भावना जागृत कर अच्छा नागरिक बनाना है। इस मौके पर कहानी, पेंटिंग्स, निबंध, कविता व वीडियो आदि के जरीए वीरों की वीरगाथा से अवगत करवाया गया।

इन प्रतिभाओं का हुआ चयन
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद (सीबीएसई) स्कूलों के विद्यार्थी अब सशस्त्र बलों के जवानों, अधिकारियों और आम नागरिकों की बहादुरी से परिचित हो सकेंगे। सीबीएसई ने इसके लिए वीर गाथा प्रोजेक्ट के दूसरे संस्करण की शुरुआत की है। इसके तहत विद्यार्थियों को वीरता पुरस्कार हासिल करने वालों की कहानी को कविताओं, चित्रों, निबंधों के रूप में दिखाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। कक्षावार विभिन्न श्रेणियों के 25 विजेताओं का चयन कर सबसे अच्छी कृति को 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर सम्मानित किया जाएगा।

यह है वीरगाथा कार्यक्रम
देश के वीरों के जीवन एवं बलिदान की कहानियों के जरिये छात्रों में बहादुरी की भावना को प्रगाढ़ बनाने के लिए यह पहल शुरू की गई है। इसमें कक्षा तीसरी से 12वीं तक के विद्यार्थी हिस्सा ले सकेंगे। बोर्ड के आदेश के बाद जिले के 210 स्कूलों में कार्यक्रम की तैयारी शुरू करने के आदेश दिए हैं। विभिन्न श्रेणियों में कृतियों को पूरा करने के लिए दिसंबर तक समय दिया है। स्कूलों की तरफ से दाखिल की जाने वाली छात्रों की कृतियों की जांच पहले स्टेट काउंसिल ऑफ एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग करेगी। इसके बाद शिक्षा मंत्रालय की तरफ से नियुक्त की गई समितियों के पास भेजा जाएगा, जो राष्ट्रीय स्तर पर शीर्ष 25 प्रोजेक्ट का चुनाव करेंगी। इन प्रोजेक्ट्स को गणतंत्र दिवस पर सम्मानित किया जाएगा। कक्षा तीन से 12वीं तक के छात्र इसमें 10 नवंबर तक प्रवेश ले सकते हैं।