भिवाड़ी में छाने लगा छठ का उल्लास, लोक आस्था के महापर्व की तैयारियों में जुटे पूर्वांचल के लोग
भिवाड़ी। कोरोना संक्रमण के कारण दो साल तक छठ पर खास रौनक दिखाई नहीं दी थी लेकिन इस साल औद्योगिक नगरी भिवाड़ी में छठ का उल्लास चारों तरफ दिखाई दे रहा है। दिवाली के त्यौहार से पहले से ही छठ की तैयारी में लोग जुट गए हैं। घाटों की सफाई शुरू हो गई है और शुक्रवार से चार दिवसीय महापर्व की शुरुआत हो जाएगी। घर से दूर दूसरे प्रदेश में अलग भाषा व संस्कृति के बीच अपनी जड़ों से जुड़े रहकर वहां के तीज त्यौहार धार्मिक आस्था के साथ प्रवासी लोगों को एक दूसरे के करीब आने का मौका देते हैं। औद्योगिक नगरी में देश के विभिन्न प्रांतों के लोग मिलकर रहते हैं तथा सभी अपने पर्व धूमधाम से मनाते हैं। भिवाड़ी में बड़ी संख्या में पूर्वांचल के प्रवासी लोक आस्था का पर्व छठ होली व दिवाली की तरह धूमधाम से मनाते हैं और पचास से अधिक स्थानों पर छठ पूजा किया जाता है। छठ पूजा के लिए अलग-अलग कमेटियां बनी हुई हैं तथा दिवाली से पहले ही छठ की तैयारियां शुरू हो जाती है। प्रवासी लोगों का कहना है कि भिवाड़ी में पूजा सामग्री मिल जाती है लेक़िन तालाब नहीं होने के कारण व्रती महिलाएं व पुरुष पार्कों व सोसायटीज के स्विमिंग पूल को तालाब का रूप देकर छठ पूजा करते हैं। छठ पूजा को लेकर यहां रहने वाले लोगों में उत्साह दिखाई देने लगा है।

यूआईटी सेक्टर पांच में छठ पूजा धूमधाम से मनाई जाती है और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है, जिसमें भोजपुरी कलाकार मोहक प्रस्तुति देते हैं। छठ पूजा समिति यूआईटी सेक्टर 5 के अध्यक्ष मनोज कुमार गुप्ता अशोक तिवारी, धर्मेंद्र सिंह,मदन राय, संतोष सिंह, रतन मिश्रा एवं छठ पूजा समिति के कार्यकर्ता पार्क में बनाये कृत्रिम घाट की सफाई में जुटे हुए थे। अध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि आयोजन समिति की ओर से तैयारियां पूरी कर ली गई है। इस साल भोजपुरी कलाकार प्रियंका पांडे, रविराज व नीरज प्रिय सहित अन्य कलाकार 30 अक्टूबर को सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे।

– छठ पर्व औद्योगिक नगरी का प्रमुख पर्व बन गया है। शुरुआत में छोटे स्तर पर शुरू हुआ यह पर्व अब बड़े पैमाने पर मनाया जाने लगा है। विभिन्न संस्थाओं, राजनीतिक दलों व संगठनों के लोग घाटों पर बधाई देने आते हैं। इस दौरान अनेकता में एकता दिखाई देती है। -मनोज गुप्ता।

– मनोज गुप्ता, अध्यक्ष छठ पूजा समिति यूआईटी सेक्टर पांच भिवाड़ी।
– छठ पूजा पूर्वांचल के प्रमुख त्यौहार है। पहले लोग छठ पूजा पर अपने घर जाते थे लेकिन अब यहां पर काफी संख्या में लोग रहते हैं। इसलिए भिवाड़ी, टपूकड़ा व चौपानकी सहित आसपास के पचास से अधिक स्थानों पर छठ पूजा धूमधाम से मनाया जाता है। छठ पूजा में स्थानीय लोग भी अपनी सहभागिता निभाते हैं। फैक्ट्रियों में काम करने वाले प्रवासियों को छठ पर सवैतनिक अवकाश मिलना चाहिए।

– अशोक तिवारी, सेक्टर पांच छठ पूजा समिति।

– छठ पर्व ना सिर्फ धार्मिक आस्था का पर्व है बल्कि स्वच्छता का संदेश भी देता है। सूर्य को अर्घ्य देने के दौरान पानी में पूजा सामग्री फेंकी नहीं जाती है तथा घाटों पर सफाई का प्रबंध किया जाता है। इससे लोगों को जल में गंदगी नहीं फेंकने की प्रेरणा मिलती है। अगर छठ से जल को साफ रखने की प्रेरणा ली जाए तो नदियों व अन्य जल स्रोतों को स्वच्छ रखने में मदद मिलेगी।
– धर्मेंद्र सिंह, यूआईटी सेक्टर पांच छठ पूजा समिति।
– छठ पूजा का पर्व आपसी सदभाव का संदेश देता है। भगवान सूर्य की उपासना का पर्व औद्योगिक नगरी की पहचान बन चुका है तथा प्रवासी लोगों के साथ ही स्थानीय लोग भी इस पर्व को मनाने लगे हैं। इस साल भी छठ की रौनक अभी से दिखाई देने लगी है तथा अस्ताचलगामी व उदयगामी सूर्य को अर्घ्य के दौरान अनेकता में एकता दिखाई देगी।

– संतोष सिंह, यूआईटी सेक्टर पांच छठ पूजा समिति।
