छठ पूजा पर डग्गामार बसों में घर जाने को मजबूर प्रवासी, मनमाना किराया देकर बिहार जा रहे लोग
Bhiwadi/ New Delhi. दिवाली के बाद दिल्ली छठ पूजा के लिए बिहार, पूर्वांचल व झारखंड जाने के लिए प्रवासी कामगार जिल्लत झेल रहे हैं। दिल्ली-एनसीआर में रहने वाले लाखों लोग छठ पूजा के लिए अपने गांव जाना चाहते हैं लेकिन ट्रेन व बसों में सीट नहीं मिलने से भारी भरकम किराया देने के बावजूद भेड़-बकरी की तरह जाना पड़ रहा है। ट्रेनों में सीट नहीं मिलने पर लोग बसों के जरिये जाना मज़बूरी बन गई है, जिससे उनकी जेबें ढीली हो रही है। दिल्ली से चलने वाली लक्जरी बसों को छोड़िये डग्गामार बसों में पन्द्रह सौ से दो हजार रुपए तक किराया देना पड़ रहा है। हालांकि एनसीआर के गुरुग्राम, भिवाड़ी, फरीदाबाद, नीमराना सहित अन्य शहरों से पूर्वांचल व बिहार के लिए बड़ी संख्या में बसें जा रही हैं लेकिन इसके बावजूद दिल्ली पर प्रवासियों का बोझ कम नहीं हो रहा है, जिसका फायदा डग्गामार बसों के संचालक उठा रहे हैं। इसके अलावा दिल्ली जाने के लिए टैक्सी वालों को मनमाना किराया देना पड़ रहा है।
नीमराना की एक निजी कंपनी में काम करने वाले भागलपुर निवासी राकेश कुमार ने बताया कि छठ पूजा पर घर जाने के लिए ट्रेन में जगह नहीं मिलने पर बस से जाने का निर्णय किया लेकिन दो हजार रुपए देने के बावजूद आनन्द विहार से डग्गामार बस में जाना पड़ रहा है। यही हाल गुरुग्राम की एक सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करने वाले अनमोल का है, उन्हें भी दरभंगा जाने के लिए ट्रेन में सीट कन्फर्म नहीं होने पर डेढ़ गुना ज्यादा किराया देना पड़ा। औद्योगिक नगरी भिवाड़ी से भी रोजाना बिहार के लिए बसें जा रही हैं लेकिन इन बसों में सवारियों को क्षमता से अधिक भरकर ले जाया रहा है। इन बसों की मनमानी पर रोक लगाने वाले अफसर भी आंख मूंदे हुए हैं और मुसाफिरों की जान से खिलवाड़ हो रही है।
ट्रेनों में बिना कन्फ़र्म टिकट के सफर कर रहे हैं लोग
रेलवे प्रशासन के सामने छठ पर घर जाने यात्रियों की भीड़ संभालने की चुनौती है। दिल्ली के लगभग सभी स्टेशनों पर बिहार, झारखंड व पूर्वी उत्तर प्रदेश जाने वाले यात्रियों की भीड़ लगने लगने लगी है। लोग बिना कन्फर्म टिकट के ट्रेन में सफर कर रहे हैं। नई दिल्ली और आनंद विहार टर्मिनल से पूर्व दिशा की ज्यादा ट्रेनें चलती हैं। इसे ध्यान में रखकर इन स्टेशनों पर विशेष व्यवस्था की गई है। छठ को लेकर कई त्योहार विशेष ट्रेनें भी चलाई जा रही हैं। त्योहार में यात्रियों की भीड़ को देखते हुए त्योहार विशेष ट्रेनों के लगभग डेढ सौ फेरे लगाने की घोषणा हो चुकी है। बावजूद इसके लोगों को कन्फर्म टिकट मिलने में परेशानी हो रही है।