भिवाड़ी में छाने लगा छठ का उल्लास, 28 से होगी सूर्य उपासना के महापर्व पर्व की शुरुआत, बाज़ारों में सज गई पूजा सामग्री की दुकानें

Bhiwadi. सूर्य उपासना के पर्व छठ की शुरुआत शुक्रवार से होगी। पार्कों में बने घाटों की सफ़ाई होने लगी है, जहां छठ पूजा धूमधाम से मनाई जाएगी। बाजारों में छठ पूजा सामग्री की दुकानें सज गई हैं तथा दिल्ली व बिहार से पूजा सामग्री मंगवाई गई है। व्यापारियों को उम्मीद है कि कोविड 19 के बाद इस साल छठ पूजा पर अच्छी बिक्री होगी और बाजारों में रौनक दिखाई देने लगी है। वहीं कई प्रवासी लोगों ने अपने घरों से पूजा सामग्री मंगवाया है।
भिवाड़ी में दो दशक पहले छोटे स्तर पर शुरू हुआ छठ महापर्व अब व्यापक रूप से मनाया जाने लगा है और अधिकतर पार्कों में कृत्रिम घाट बनाकर छठ पूजा की जाती है। प्रवासियों के अलावा स्थानीय लोग भी घाटों पर जाकर छठ पूजा में शामिल होते हैं। भिवाड़ी की कई फैक्ट्रियां भी छठ पूजा में सहयोग करती हैं। छठ पर्व पर्यावरण संरक्षण का प्रतीक भी माना जाता है, क्योंकि सूर्य को अर्घ्य देने के बाद लोग पूजा सामग्री लेकर अपने घरों पर चले जाते हैं और घाटों की सफ़ाई की जाती है।

छठ पूजा समिति यूआईटी सेक्टर पांच के सदस्य धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि छठ पूजा की तैयारियां पूरी कर ली गई है। शुक्रवार 28 अक्टूबर को नहाय खाय के साथ छठ की शुरुआत होगी जबकि शनिवार को खरना है। इस दिन व्रती महिलाएं गुड़ की खीर बनाकर रात में इसे ग्रहण करती हैं। इसके बाद 36 घण्टे का व्रत शुरू हो जाएगा।

भिवाड़ी से अपने गांव लौटने लगे कामगार
भिवाड़ी व आसपास के औद्योगिक इलाकों में रहने वाले प्रवासी बसों व ट्रेनों के ज़रिए अपने गांव जा रहे हैं। आलम यह है कि फैक्ट्रियों में काम करने वाले अधिकतर कामगार दिवाली से पहले अपने-अपने गांव चले गए हैं या दिवाली के अगले दिन से जा रहे हैं। भिवाड़ी के हरचंदपुर, भिवाड़ी मोड़, खुशखेड़ा व खोरी बैरियर से बड़ी संख्या में निजी बसों के जरिए पूर्वांचल व बिहार-झारखंड के लोग छठ पूजा के लिए गांव जा रहे हैं, जिससे यहां मेले का माहौल दिखाई दे रहा है।
