भिवाड़ी में उमंग व उल्लास से मनाया गया रोशनी का पर्व, दिवाली पर प्रतिबंध के बावजूद जमकर चले पटाखे
Bhiwadi. औद्योगिक नगरी भिवाड़ी में दिवाली का पर्व धूमधाम से मनाया गया। औद्योगिक इकाइयों, बाज़ारों, घरों व सरकारी कार्यालयों व प्रमुख़ चौराहों को आकर्षक रूप से सजाया गया था। प्रशासन की ओर से पहली बार प्रमुख चौराहों को रोशनी से सजाया गया था और चारों तरफ रोशनी के पावन पर्व का उमंग व उल्लास दिखाई दे रहा था। कोरोना के बाद बाज़ारों में पहली बार रौनक दिखाई दी तथा अच्छी ग्राहकी होने से व्यापारी काफी खुश दिखाई दिए। दिवाली की रात लोगों ने लक्ष्मी पूजा कर खुशहाली की कामना की जबकि बंगाली समाज ने काली पूजा कर माता काली का आशीर्वाद हासिल किया। दिवाली पर प्रतिबंध के आदेश के बावजूद पुलिस की लापरवाही नज़र आई तथा प्रमुख बाज़ारों में पटाख़ों की बिक्री हुई। भिवाड़ी में रातभर आतिशबाजी कर लोगों ने दिवाली का जश्न मनाया।
टपूकड़ा में बंगाली समाज ने की काली पूजा
टपूकड़ा कल्चरल एसोसिएशन की ओर से कृष सोसायटी में दिवाली के मौके पर तीन दिवसीय काली पूजा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में ना सिर्फ बंगाली समाज बल्कि स्थानीय लोगों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। घर से दूर रह रहे बंगाली समाज के लोग कार्यक्रम आयोजित अपनी कला व संस्कृति को जीवित रखे हुए हैं, साथ ही स्थानीय लोगों को बंगाली कल्चर को करीब से देखने का मौका मिला। आयोजन समिति के सदस्य सोरेन मित्रा ने बताया कि प्रतिवर्ष दिवाली के मौके पर काली पूजा व अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। रविवार व सोमवार को कई तरह के कंपटीशन तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया और दिवाली की रात काली पूजा कर सुख समृद्धि की कामना की गई। मंगलवार को मां काली की प्रतिमा का विसर्जन किया गया तथा प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।