इंवेस्ट समिट में रखी प्रदेश के चहुंमुखी विकास की नींव- उद्योग मंत्री

Jaipur. उद्योग व वाणिज्य मंत्री शकुंतला रावत ने कहा कि एमएसएमई सेक्टर राज्य की अर्थव्यवस्था का अभिन्न अंग है। यह सामाजिक विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान निभाता है। रावत इंवेस्ट राजस्थान समिट के एमएसएमई कॉन्क्लेव को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि राज्य की सकारात्मक एमएसएमई नीति से सभी क्षेत्रों में उद्यमों को प्रोत्साहन मिल रहा है। इस समिट में प्रदेश के चहुंमुखी विकास की नींव रखी गई है।
औद्योगिकरण में एमएसएमई सेक्टर की महत्वपूर्ण भूमिका
राजस्थान लघु उद्योग निगम के अध्यक्ष राजीव अरोड़ा ने कहा कि औद्योगिकरण में एमएसएमई सेक्टर की भूमिका महत्वपूर्ण है। राजस्थान में लगभग 98 प्रतिशत उद्योग इसी क्षेत्र में है, जहां लाखों प्रदेशवासियों को रोजगार मिल रहा है। समिट की सफलता के बाद अब निवेशों को धरातल पर उतारने के लिए ’थिंकिंग बिग-थिंकिंग स्मार्ट’ पर कार्य करेंगे।

एमएसएमई औद्योगिक विकास की बैकबॉन
मुख्य सचिव उषा शर्मा ने कहा कि एमएसएमई औद्योगिक विकास की रीढ़ की हड्डी (बैकबॉन) है। यह विकास में अहम भूमिका निभा रहा है। प्रदेश में 6 लाख एमएसएमई इकाइयां हैं, जिनसे 37 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार मिल रहा है। एमएसएमई इकाइयों द्वारा विगत वित्तीय वर्ष में 72 हजार करोड़ रूपये का निर्यात किया गया है। सूक्ष्म, लघु और मंझले उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए हाल ही में एमएसएमई पॉलिसी-2022 जारी की गई। एमएसएमई उद्योगों के लिए फैसिलिटेशन काउंटर भी खोले हैं।
उद्योग एवं वाणिज्य आयुक्त महेंद्र पारख ने कहा कि वर्ष 2022 में एमएसएमई को थ्रस्ट सेक्टर्स में शामिल करते हुए आकर्षक वित्तीय लाभ दिए जा रहे हैं। राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजनाओं के अंतर्गत अब तक 912.27 करोड़ रूपये का अनुदान दिया गया है।

उद्यमियों ने राज्य सरकार के प्रयासों को सराहा
एमएसएमई कॉन्क्लेव में ‘ग्रोथ स्ट्रेटजीः थिंकिंग बिग-थंकिंग स्मार्ट‘ विषय पर उद्यमियों ने अपने विचार रखे। उन्होंने राज्य में एमएसएमई के विकास के लिए राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना की और अपनी सफलता के बारे में बताया। सत्र का संचालन ग्रैंट थार्नटन भारत एलएलपी के नेशनल सेक्टर लीडर कुणाल सूद ने किया। उन्होंने एमएसएमई के विकास में तकनीक के समावेश से इस क्षेत्र में भविष्य की संभावनाओं पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि हमारे विविधता से भरे घरेलू बाजार के कारण ही विश्व की आर्थिक मंदी से हम काफी हद तक अप्रभावित रहे।

एमएसएमई कॉन्क्लेव में बोले उद्यमी
मनु यंत्रालय के प्रबंध निदेशक अभिनव बांठिया ने कहा कि राजस्थान में निवेश के लिए सकारात्मक वातावरण के कारण देश-विदेश की कंपनियां भी यहां अपना बिजनेस शुरू करने के लिए आकर्षित होती हैं। नेशनल इंजीनियरिंग इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अध्यक्ष एवं सीईओ रोहित साबू ने कहा कि किसी भी उद्यम की सफलता के लिए नई तकनीक को दोस्त बनाना होगा। उन्होंने कहा कि लॉन्ग टर्म प्लानिंग, डिजिटल मार्केटिंग और ग्लोबल थिंकिंग एमएसएमई के विकास का मूल मंत्र है।
सिडबी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक एस. रमन ने ‘फाइनेंसिंग टू स्केल अप बिजनसेज‘ पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि डिजिटल क्रांति से मात्र 48 घंटे में बैंक लोन दे रहे हैं। इससे एमएसएमई और नए स्टार्टअप्स को अभूतपूर्व गति मिली है। क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया के चैयरमेन आदिल जैनुलभाई ने जीरो इफेक्ट, जीरो डिफेक्ट विषय पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि वो राजस्थान की जीडीपी को निकट भविष्य में एक ट्रिलियन होने की अपेक्षा रखते हैं और यह एमएसएमई के विकास से ही संभव है। पॉन प्योर केमिकल्स के अध्यक्ष एम. पोन्नूस्वामी ने कहा कि बहुत छोटे स्तर से अपना उद्यम शुरू करके भी आप किसी भी ऊंचाई तक अपने व्यवसाय को पहुंचा सकते हैं।

