
देशभर में एटीएम तोड़ने वाली मेवाती गैंग के तीन सदस्य गिरफ्तार, नूंह के ओथा गांव के रहने वाले हैं आरोपी
NCR Times Delhi. दिल्ली पुलिस Delhi Police की स्पेशल सेल Special Cell ने एटीएम तोड़कर पैसे लूटने वाले मेवात स्थित एक अंतरराज्यीय लुटेरा गिरोह के सरगना समेत तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। तीनों के नाम मुस्तकीम, सम्मा खान व मोहम्मद हसीन है। मुस्तकीम, गिरोह का सरगना है। दिल्ली समेत सात राज्यों में कुल 33 आपराधिक मामलों में सात राज्यों की पुलिस को इनकी तलाश थी, जिनमें 25 केवल एटीएम तोड़ने के मामले शामिल हैं। मुस्तकीम पिछले तीन साल से फरार था। विभिन्न अदालतों द्वारा आठ मामलों में उसे भगोड़ा भी घोषित कर दिया गया था।

एटीएम तोड़कर लुटे 2.25 करोड़ रुपये
गिरोह एटीएम तोड़कर करीब 2.25 करोड़ रुपये लूट लिया था। इनके पास से तीन पिस्टल, सात कारतूस और एक कार जब्त कर ली गई है। डीसीपी जसमीत सिंह के मुताबिक एसीपी अतर सिंह व इंस्पेक्टर शिव कुमार के नेतृत्व में इंस्पेक्टर करमवीर सिंह, एसआइ राजेश कुमार व महिला एसआइ नीतू बसौया की टीम ने तीनों को दबोच कर बड़ी सफलता हासिल की है। मुस्तकीम, सम्मा खान व मोहम्मद हसीन, तीनों ग्राम ओथा,नूंह, हरियाणा के रहने वाले हैं।
सात राज्यों में दर्ज है 33 मामला
इस गिरोह के सदस्यों के खिलाफ सात राज्यों में पुलिस पर हमला करने, सेंधमारी, चोरी, चोट पहुंचाने, शस्त्र अधिनियम, एटीएम तोड़ने आदि के 33 आपराधिक प्राथमिकी दर्ज है। 17 सितंबर को सेल को सूचना मिली थी कि एटीएम लूटने वाले गिरोह के तीन कुख्यात लाजवंती चौक, हरिनगर के पास वेरना कार से एक सहयोगी से मिलने आने वाले हैं। सेल की टीम ने वहां पर तीनों को काबू में कर लिया।
एटीएम में लगे सीसीटीवी को क्षतिग्रस्त कर करते थे चोरी
गिरोह के एक सदस्य मुस्तकीम से पूछताछ में पता चला कि वह गिरोह के सदस्यों के साथ इसी साल सितंबर के पहले सप्ताह में एक ट्रक में असम के डिब्रूगढ़ में एटीएम लूटने गया था। पांच सितंबर की रात उसने साथियों के साथ डिब्रूगढ़ में एसबीआई के दो एटीएम को गैस कटर से काटकर 45.60 लाख रुपये लूट लिए थे। कैमरे में कैद होने से बचने के लिए इन्होंने दोनों एटीएम के सीसीटीवी कैमरों को क्षतिग्रस्त कर दिया था। एटीएम को काटने के दौरान गैस कटर की चिंगारी से आग लग गई थी। जिससे एटीएम जलकर खाक हो गया था।
कई राज्यों में बना चुके हैं एटीएम को निशाना
पुलिस का कहना है कि चार महीने की अवधि में इस गिरोह के सदस्यों ने दिल्ली में तीन और महाराष्ट्र में एक एटीएम तोड़ कर लाखों रुपये लूटने में कामयाब हो गए थे। दिल्ली के शांति निकेतन में 16 जून को लुटेरों ने एचडीएफसी बैंक के एक एटीएम को तोड़ 20.85 लाख रुपये, मित्राऊं में 20 जुलाई को सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया का एटीएम तोड़ 6.40 लाख रुपये, 10 मई को पटेल नगर में एयू स्मॉल फाइनेंसिंग बैंक के एटीएम से 10 लाख रुपये, 22 जुलाई को महाराष्ट्र में इंडेक्श बैंक के एटीएम से 8.50 लाख रुपये लूट लिए थे।
सेल की टीम पहले भी कई मामले को सुलझा चुकी है
गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी से पहले सेल की टीम कुछ सदस्यों को दबोच कर एटीएम तोड़ने के छह मामले को सुलझा चुकी है। 2018 में मुस्तकीम ने शकील, जाकिर, सहादत, उसके भाई जाहिद और अन्य के साथ महाराष्ट्र के पुणे में एसबीआई का एटीएम तोड़ 12 लाख रुपये लूट लिए थे। दूसरे एसबीआई के एटीएम को तोड़ने के दौरान पुलिस के मौके पर पहुंच जाने से सभी फरार हो गए थे। 2019 में, मुस्तकीम, जाकिर, सहादत, शाहिद, शमशेर और अन्य ने पुणे में एसबीआई के एक एटीएम को तोड़ने के दौरान पुलिस पहुंच गई थी। जिससे सभी मौके से फरार हो गए थे। 2019 में मुस्तकीम ने शकील, जाकिर, सहादत, मनोज व अपने भाई जाहिद और अन्य के साथ बिहार के पूर्णिया में एसबीआई का एटीएम तोड़ सात लाख रुपये लूट लिया था। पुलिस का कहना है कि मुस्तकीम को एटीएम तोड़ने के 15 नए मामलों में गिरफ्तार नहीं किया गया था क्योंकि वह अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए तीन साल से फरार था। उसने सिंडिकेट के अन्य सदस्यों के साथ एटीएम तोड़ना जारी रखा।