
सीबीएसई स्कूलों के विद्यार्थी जानेंगे भारतीय सशस्त्र बलों की शौर्यगाथा
सीबीएसई ने समस्त स्कूलों को दिया आदेश, 21 नवंबर तक ऑनलाइन आवेदन करना होगा
– योद्धाओं पर बेहतरीन प्रस्तुति देने वाले 25 छात्रों को गणतंत्र दिवस पर किया जाएगा सम्मानित
NCR Timea Education Desk. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद (सीबीएसई) स्कूलों के विद्यार्थी अब सशस्त्र बलों के जवानों, अधिकारियों और आम नागरिकों की बहादुरी से परिचित हो सकेंगे। सीबीएसई ने इसके लिए वीर गाथा प्रोजेक्ट के दूसरे संस्करण की शुरुआत की है। इसके तहत विद्यार्थियों को वीरता पुरस्कार हासिल करने वालों की कहानी को कविताओं, चित्रों, निबंधों के रूप में दिखाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। कक्षावार विभिन्न श्रेणियों के 25 विजेताओं का चयन कर सबसे अच्छी कृति को 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर सम्मानित किया जाएगा।
देश के वीरों के जीवन एवं बलिदान की कहानियों के जरिये छात्रों में बहादुरी की भावना को प्रगाढ़ बनाने के लिए यह पहल शुरू की गई है। इसमें कक्षा तीसरी से 12वीं तक के विद्यार्थी हिस्सा ले सकेंगे। बोर्ड के आदेश के बाद जिले के 210 स्कूलों में कार्यक्रम की तैयारी शुरू करने के आदेश दिए हैं। विभिन्न श्रेणियों में कृतियों को पूरा करने के लिए दिसंबर तक समय दिया है। स्कूलों की तरफ से दाखिल की जाने वाली छात्रों की कृतियों की जांच पहले स्टेट काउंसिल ऑफ एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग करेगी। इसके बाद शिक्षा मंत्रालय की तरफ से नियुक्त की गई समितियों के पास भेजा जाएगा, जो राष्ट्रीय स्तर पर शीर्ष 25 प्रोजेक्ट का चुनाव करेंगी। इन प्रोजेक्ट्स को गणतंत्र दिवस पर सम्मानित किया जाएगा। कक्षा तीन से 12वीं तक के छात्र इसमें 10 नवंबर तक प्रवेश ले सकते हैं।
कक्षावार तय की गई शब्द संख्या
कार्यक्रम में तीसरी से ऊपर के बच्चे ही प्रतिभाग करेंगे। बोर्ड ने कक्षावार विद्यार्थियों के लिए टॉपिक और शब्दों की संख्या तय की गई है। कक्षा तीन से पांच तक बच्चों के लिए कविता, पैराग्राफ व कहानी के लिए अधिकतम 150 शब्द रहेगी। कक्षा छह से आठ के लिए कविता, निंबध की शब्द संख्या 300। कक्षा 9वीं से 10वीं तक के लिए 750 और 11वीं व 12वीं के लिए एक हजार रहेगी। इसके अलावा सभी कक्षा के छात्र पेटिंग और वीडियो भी तैयार कर सकते हैं।
प्रत्येक वर्ग में सर्वश्रेष्ठ छात्र का होगा पंजीकरण
प्रत्येक वर्ग में एक सर्वश्रेष्ठ छात्र को सीबीएसई के वीरगाथा पोर्टल पर पंजीकृत कराना होगा। पोर्टल पर एक से 22 नवंबर तक पंजीकरण होगा। इसके बाद 25 नवंबर से 10 दिसंबर तक बोर्ड क्षेत्रीय स्तर पर मूल्यांकन करेगा। कुछ चयनित छात्रों की गतिविधियों का राष्ट्रीय स्तर पर गठित समिति में मूल्यांकन के लिए भेजा जाएगा। विजेता प्रत्येक छात्र को 10 हजार रुपये और प्रमाणपत्र मिलेगा। छात्रों को कविता, निबंध, कहानी, चित्रकला और वीडियो के माध्यम से गैलेंट्री अवार्ड विजेताओं के जीवन पर प्रस्तुति देनी होगी।
– विद्यार्थियों को देश के जांबाज़ योद्धाओं की शौर्यगाथाओं से रूबरू कराने के लिए यह अच्छी पहल है। सीबीएसई से सर्कुलर मिला है और इसको लेकर तैयारियां भी शुरू कर दी गई है। जल्द ही एमपीएस में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
– पीके साजू, प्रिंसिपल एमपीएस भिवाड़ी।