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खुशखेड़ा में फैक्ट्रियों से निकल रहा ज़हरीला धुआं, रीको के खाली प्लॉट में जल रहा कचरा, खुली हवा में सांस लेना हुआ मुश्किल

NCR Times Bhiwadi. देश-विदेश के औद्योगिक नक्शे पर विशिष्ट स्थान रखने वाला भिवाड़ी Bhiwadi प्रदूषण की समस्या से जूझ रहा है। पिछले साल फ्रांस की संस्था आईक्यू एयर IQ Air की सालाना रिपोर्ट में भिवाड़ी को दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर घोषित किया गया था और हाल ही में सेंटर फॉर एनवायरमेंट एंड साइंस (CSE) की रिपोर्ट में नान एयर क्लीन मैनेजमेंट प्रोग्राम वाले शहरों में भिवाड़ी को सबसे प्रदूषित शहर का खिताब दिया गया है लेकिन इसके बावजूद जिम्मेदार महकमों की नींद नहीं खुली है। राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल, नगर परिषद, बीडा, रिडकोर व रीको के अफसरों में तालमेल की कमी से भिवाड़ी प्रदूषण की समस्या से निजात नहीं पा रहा है। भिवाड़ी, कहरानी, चौपानकी, पथरेड़ी, सारेखुर्द, टपूकड़ा, खुशखेड़ा व कारोली सहित अन्य औद्योगिक क्षेत्र में जगह-जगह सड़क किनारे फैक्ट्रियों से निकलने वाला कचरा फेंककर गंदगी फैलाई जा रही है तथा फैक्ट्रियां ज़हरीला धुआं छोड़ रही हैं। इससे ना सिर्फ प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है बल्कि लोगों को सांस लेने के लिए साफ हवा भी नसीब नहीं हो रही है। उधर भिवाड़ी-अलवर मेगा हाईवे पर ग्रीन बेल्ट पर कई स्थानों पर खुले में बिल्डिंग मेटेरियल रखा हुआ है, जिससे रेत के कण उड़कर हवा में मिल रहे हैं।

प्रदूषण फैलाने वाले उद्योग बेलगाम

भिवाड़ी का खुशखेड़ा औद्योगिक क्षेत्र प्रदूषण की समस्या से जूझ रहा है। यहां पर रीको के खाली प्लॉटों में फैक्ट्रियों का कचरा डालकर उसमें आग लगाकर प्रदूषण फैलाया जा रहा है। वहीं फैक्ट्रियां भी ज़हरीला धुआं छोड़ रही हैं। NCR Times  की टीम ने सोमवार को खुशखेड़ा औद्योगिक क्षेत्र का दौरा कर प्रदूषण की स्थिति का जायजा लिया। औद्योगिक क्षेत्र में रीको की खाली जगह पर फैक्ट्रियों का स्लज व डाले गए कचरे में लगी आग की वजह से आसमान में धुंध छाई हुई थी। श्री सीमेंट, टीएमटी चौक सहित अन्य स्थानों पर सड़क किनारे पॉलीथिन का ढेर लगा हुआ दिखाई दिया जबकि टूटी सड़कों से धूल उड़ रही थी।  वहीं राठी बार व रामायणा स्पात सहित कई फैक्ट्रियों की चिमनियां ज़हरीला धुआं निकालकर रही थीं, जिससे आसपास के इलाकों में रहने वालों को सांस लेने के लिए साफ हवा भी मयस्सर नहीं हो रही है। ऐसा नहीं है कि सरकारी विभागों को प्रदूषण फैलाने वालों की जानकारी नहीं है लेकिन वे दोषियों पर लगाम कसने के बजाय एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डालकर बचने की कोशिश कर रहे हैं। अगर समय रहते सरकारी महकमे नहीं जागे तो आने वाले दिनों में भिवाड़ी को गैस चेम्बर बनने से रोकना मुश्किल है।  केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से जारी किए गए आंकड़े के मुताबिक सोमवार को भिवाड़ी का एयर क्वालिटी इंडेक्स 187 तक पहुंच गया तथा पर्टिकुलेट मैटर 2.5 व 10 क्रमशः 325 व 229 दर्ज किया गया। इससे पूर्व रविवार को भिवाड़ी एयर क्वालिटी इंडेक्स 182 दर्ज किया गया था।

यह कहना है आरपीसीबी का

– भिवाड़ी को साफ-सुथरा बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। अगर खुशखेड़ा में फैक्ट्रियां धुआं छोड़ रही हैं तो टीम भेजकर जांच करवा लेता हूं। औद्योगिक क्षेत्र के खाली प्लाटों पर कचरा जलाने वालों पर कार्रवाई करना रीको का काम है।

अमित शर्मा, आरओ, आरपीसीबी भिवाड़ी।

– खुशखेड़ा औद्योगिक क्षेत्र में फैक्ट्रियों से निकलता ज़हरीला धुआं।

खुशखेड़ा औद्योगिक क्षेत्र में रीको के प्लाट पर फेंका हुआ फैक्ट्रियों का वेस्ट मैटेरियल।

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