दिल्ली-एनसीआर में 22 दिन बाद लागू होगा ग्रेप, डीजी सेट पर पाबंदी को लेकर उद्यमी चिंतित, आरपीसीबी आरओ को बताई समस्या
NCR Times Business Desk. सर्दियों में वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए ग्रेड एक्शन रिस्पांस प्लान (ग्रेप) एक अक्टूबर से लागू हो जाएगा। इस साल ग्रेप के दौरान डीजल जनरेटर चलाने पर पाबन्दी रहेगी। पर्याप्त बिजली नहीं मिलने पर उद्योगों के समक्ष समस्या खड़ी हो जाएगी। बीआईआईए के अध्यक्ष प्रवीण लांबा व अन्य पदाधिकारियों ने गुरुवार को राजस्थान पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के रीजनल ऑफिसर अमित शर्मा के साथ बैठक करके डीजी सेट के ऊपर पाबंदी और पीएनजी गैस को लेकर चर्चा किया। उद्योगपतियों ने एयर क्वालिटी मैनेजमेंट कमीशन के डायरेक्शन नंबर 56 पर चर्चा की, जिसमें यह कहा गया है कि एक अक्टूबर 2022 से डीजी सेट को डीजल व गैस दोनों पर चलाने के लिए कन्वर्ट करके व डीजी सेट से निकलने वाले एग्जास्ट पर आरईसीडी किट लगवाकर प्रतिदिन केवल 2 घंटा चलाया जा सकता है। हिंदुस्तान में केवल दो ही कंपनियां डीजी सेट में आरईसीडी किट बनाने के लिए अधिकृत हैं। आरपीसीबी के आरओ अमित शर्मा ने बताया कि अभी तक केवल दो ही कंपनियों ने यह किट बनाई है और वह भी अभी पूरी तरह से सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड द्वारा मान्यता प्राप्त नहीं हुई है। ऐसी स्थिति में उद्योगपति उनके ऊपर निर्भर नहीं रह सकते। उन्होंने कहा कि जहां तक ड्यूल फ्यूल कन्वर्ट करने का मसला है, उसके लिए भी बहुत सी एजेंसी अवेलेबल नहीं है। इस कारण से उस दिशा में भी कोई ठोस कदम कोई भी उद्योगपति लेने की स्थिति में नहीं है। बैठक के दौरान विचार-विमर्श के बाद यह निष्कर्ष निकला कि इस संबंध में केवल एयर क्वालिटी मैनेजमेंट कमीशन ही कुछ राहत दे सकता है। बीआईआईए के अध्यक्ष प्रवीण लाम्बा ने बताया कि एसोसिएशन की तरफ से एक प्रतिनिधिमंडल एयर क्वालिटी मैनेजमेंट कमीशन को शुक्रवार तक अवश्य भेज दिया जाएगा और अगले हफ्ते सप्ताह उनसे मिलने का भी समय मांगा जाएगा। मीटिंग में हरियाणा सिटी गैस के अधिकारी खालिद भी उपस्थित थे। उद्योगपतियों ने यह भी आशंका जताई कि अभी तक हरियाणा सिटी गैस पूरी गैस सप्लाई नहीं कर पा रहा है। एक उद्योगपति ने हरियाणा सिटी गैस की ओर भेजे गए ईमेल को दिखाया, जिसमें कहा गया था कि वह अपनी खपत का केवल 75 फीसदी ही इस्तेमाल करें। इस पर हरियाणा सिटी गैस के अधिकारियों ने जवाब दिया कि वह इस बारे में कुछ नहीं कर सकते क्योंकि उनके पास पीछे से गैस नहीं आ रही है। कुछ उद्योगपतियों ने हरियाणा सिटी गैस पर मनमाने शुल्क वसूलने के आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि डीजी सेट के लिए मिलने वाली गैस इंडस्ट्रियल के बजाय कमर्शियल रेट पर मिलेगी, जिससे यह महंगी होगी। मीटिंग में लघु उद्योग भारती के अध्यक्ष जे.एन. सोंधी, हरिराम शर्मा, राम प्रकाश गर्ग, सतेंद्र चौहान, सुरेश अग्रवाल, मुकेश शर्मा, विपिन चौधरी, महेश अड़ाना, भूपेंद्र भोकन, हंसराज बढ़ाना, अनिल यादव, अमित अग्रवाल व सुमित गुप्ता सहित भिवाड़ी के अन्य उद्योगपति उपस्थित थे।