औद्योगिक क्षेत्र भिवाडी में जल भराव की समस्या के निराकरण हेतु संबंधित विभाग समन्वय स्थापित कर कार्य करे
स्वायत शासन विभाग के शासन सचिव जोगाराम ने अधिकारियों को दिए निर्देष
NCR Times, Bhiwadi. स्वायत शासन विभाग के शासन सचिव जोगाराम की अध्यक्षता में बीडा भिवाडी के सभागार में भिवाडी में जल भराव की समस्या एवं उसके निराकरण के संबंध में बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी, रीको के प्रबंध निदेशक शिवप्रसाद नकाते, राजस्थान राज्य प्रदूषण मंडल के सदस्य सचिव बी. प्रवीण, बीडा भिवाडी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रोहिताश्व सिंह तोमर सहित संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।स्वायत शासन विभाग के शासन सचिव जोगाराम ने जल भराव एवं प्रदूषण से उत्पन्न समस्या के संबंध में किए जा रहे कार्यों पर संतोष व्यक्त करते हुए निर्देश दिये कि इसके निदान हेतु संबंधित विभागों को आपसी सामान्जस्य रखते हुए प्राथमिकता के साथ कार्य तय समय-सीमा में पूर्ण कराएं।
बजट घोषणा को समय पर पूरा करें-कलक्टर
जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने बैठक में बताया कि भिवाड़ी में ड्रेनेज समस्या के निराकरण के लिए मुख्यमंत्री द्वारा बजट घोषणा वर्ष 2022-23 में वृहद योजना शुरू करने की घोषणा की गई है। उन्होंने सभी विभागों को उपरोक्त वर्णित कार्य समय-सीमा में पूर्ण किये जाने के निर्देश प्रदान किए।
घरेलू एवं बरसाती पानी के अंतिम निष्पादन के लिए बन रही है डीपीआर
बीडा भिवाडी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रोहिताश्व सिंह तोमर ने समस्या के कारणों तथा समाधान के संबंध में एक प्रेजेंटेशन देकर बताया कि उक्त समस्या के मूल कारण औद्योगिक जल, शहरी सीवेज एवं वर्षा के जल के समुचित प्रबंध पर निस्तारण की व्यवस्था से जुड़ा है। समस्या के निराकरण हेतु संबंधित विभागों द्वारा दी गई प्रगति की समीक्षा की गई। बीडा सीईओ ने बताया कि घरेलू एवं बरसाती पानी के अंतिम निष्पादन के लिए बीडा द्वारा एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करवाई जा रही है। इस परियोजना रिपोर्ट के दिसंबर 2022 तक पूर्ण होने की संभावना है। इस कार्य की लागत 100 करोड रुपए अनुमानित है।
अगले साल मई तक पूरा हो जाएगा पाइपलाइन बिछाने का काम
रीको भिवाड़ी के एसआरएम के के कोठारी ने बताया कि समस्या के निदान हेतु औद्योगिक क्षेत्र में उद्योगों से सी.ई.टी.पी. तक प्रदूषित जल के प्रवाह हेतु 58 किलोमीटर लंबाई की बंद पाइप लाइन सी.ई.टी.पी. शून्य निस्त्राव संयंत्र तथा संपूर्ण उपचारित जल को वापस उद्योगों तक प्रवाह हेतु 100 किलोमीटर लाइन की प्रस्तावना की गई है। इस प्रोजेक्ट की लागत 174.95 करोड़ अनुमानित है। इस अपग्रेडेशन के लिए कार्यादेश 20 अक्टूबर 2021 को जारी किया जा चुका है तथा इस कार्य को मई 2023 तक पूर्ण कर लिया जाएगा।
203 करोड़ रुपए की अमृत योजना के द्वितीय फेज की बनाई डीपीआर
नगर परिषद भिवाड़ी के आयुक्त रामकिशोर मेहता ने बताया कि भिवाड़ी शहर में वर्तमान में निर्मित सीवेज नेटवर्क 158.5 किलोमीटर का है एवं सीवर ट्रीटमेंट क्षमता 14.7 एम.एल.डी. की है। अमृत योजना फेज द्वितीय के अंतर्गत 56 किलोमीटर सीवेज नेटवर्क एवं 34 एम.एल.डी. की क्षमता का अतिरिक्त सिविल ट्रीटमेंट प्लांट भविष्य के लिए प्रस्तावित किया गया है। इन कार्यों की लागत लगभग 203 करोड़ रूपये अनुमानित है, जिसके संबंध में डीपीआर वर्तमान में एम.एन.आई.टी. जयपुर को प्रेषित की गई है।