धारुहेड़ा में जलभराव की समस्या के निराकरण के लिए राजस्थान व हरियाणा के अधिकारियों ने किया मंथन
प्रत्येक माह के पहले और अंतिम सप्ताह में ज्वॉइंट कमेटी भिवाड़ी से आने वाले पानी का करेगी निरीक्षण
NCR Times, Dharuheda. हरियाणा के धारूहेड़ा कस्बे में जलभराव रोकने के लिए गुरुवार को जंगल बबलर पर्यटन केंद्र में राजस्थान और हरियाणा के अधिकारियों की मीटिंग हुई है। मीटिंग में केन्द्रीय मंत्री राव इन्द्रजीत सिंह ने मीटिंग में दोनों राज्यों के प्रशासनिक अधिकारियों को स्थायी समाधान निकालने का आदेश दिया। मीटिंग में केन्द्रीय मंत्री राव इन्द्रजीत सिंह ने कहा कि जलभराव की समस्या के स्थायी समाधान के लिए सीवरेज के पानी , बरसाती पानी और औद्योगिक पानी की क्षमता का आंकलन करना बेहद जरूरी है। उन्होंने अलवर और रेवाड़ी दोनों ही जिलों के अधिकारियों को पानी के पर्याप्त बंदोबस्त करने के निर्देश दिए। केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि 31 मई 2023 तक हर हाल में इस समस्या का समाधान हो जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रत्येक माह के पहले और अंतिम सप्ताह में हरियाणा और राजस्थान की ज्वॉइंट कमेटी निरीक्षण करेगी, जिससे पता लगाया जा सके कि भिवाड़ी की तरफ से आने वाला पानी केमिकलयुक्त है या नहीं है। गौरतलब है कि भिवाड़ी से आने वाले पानी को लेकर दोनों राज्यों में तकरार की स्थिति बनी रहती है और मामला एनजीटी तक पहुंच गया है। बैठक में रेवाड़ी के विधायक चिरंजीव राव , जयपुर के संभागीय आयुक्त विकास सीताराम भाले, गुरुग्राम मंडलायुक्त आरसी बिधान, रीको एमडी शिव प्रसाद नकाते, डीसी रेवाड़ी अशोक कुमार गर्ग, अलवर जिला डॉ जितेंद्र कुमार सोनी, राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव वी. प्रवीण, हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव प्रदीप कुमार, सीईटीपी भिवाड़ी के चेयरमैन सुरेंद्र सिंह चौहान, एचएसवीपी गुरुग्राम की प्रशासक जसमीत कौर दोनों राज्यों के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत से मिला बीएमए का प्रतिनिधिमण्डल
भिवाड़ी मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह चौहान के नेतृत्व में बीएमए के प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने धारुहेड़ा स्थित जंगल बबलर में मुलाकात की। बीएमए अध्यक्ष ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि राजस्थान सरकार गंदे पानी की समस्या के समाधान के लिए प्रयासरत है। हरियाणा व राजस्थान की संयुक्त भागीधारी से इस समस्या को समाप्त कर दिया जाएगा। बीएमए अध्यक्ष ने बताया कि भिवाड़ी औद्योगिक क्षेत्र की सीमा के निकट हरियाणा के महेश्वरी, गोयल कॉलोनी, कौशिक विहार, अशोक विहार, कर्ण कुंज, नारायण विहार और आकेड़ा आदि गांवों व कालोनियों का प्रदूषित पानी और सीवेज को खुले नाले में छोड़ा जा रहा है और यह भिवाड़ी औद्योगिक क्षेत्र में, जो भिवाड़ी औद्योगिक क्षेत्र में आ रहा है। इसके अलावा भिवाड़ी के निकट हरियाणा सीमा में स्थित उद्योग अपने प्रदूषकों को भी भिवाड़ी आने वाले नाले में बहा रहे हैं। बीएमए अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि भिवाड़ी औद्योगिक क्षेत्र हरियाणा के छोटे-छोटे गाँवों से घिरा हुआ है। आशियाना विलेज के सामने हरियाणा क्षेत्र में छोटी-छोटी कॉलोनिया बसी हुई है, जिसमें सीवरेज कनेक्शन की व्यवस्था नहीं है और पानी निकासी का अलग से कोई संसाधन न होने के कारण गंदा पानी भिवाड़ी के नाले में छोड़ देते हैं जो सीईटीपी के पानी में मिल जाता है। हालांकि इसे मानदंडों के अनुसार शोधित किया जा रहा है। सीईटीपी भिवाड़ी की क्षमता उद्योगों से आने वाले प्रदूषकों से कहीं अधिक है लेकिन हरियाणा के गाँवों से आने वाले प्रदूषित पानी के कारण सीईटीपी पर लोड बढ़ जाता है और कई बार यह प्रदूषित पानी हरियाणा के धारूहेड़ा और रेवाड़ी क्षेत्र की ओर जाने वाले नाले में चला जाता है लेकिन भिवाड़ी उद्योगों की बिना किसी गलती के उन्हें दोषी ठहराया जा रहा है।
भारत-पाक सीमा है नहीं, दोनों राज्यों के अधिकारी समस्या का करें समाधान
केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने बीएमए अध्यक्ष की बातों को गौर से सुनने के बाद कहा कि यह भारत पाकिस्तान सीमा नहीं है। उन्होंने कहा कि बैठक में उपस्थित राजस्थान व हरियाणा के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि इस समस्या का समाधान तुरंत प्रभाव से निकाला जाए, जिससे सौहार्दपूर्ण माहौल बना रहे। भिवाड़ी मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह चौहान ने केंद्रीय मंत्री को धन्यवाद देते हुए आशा जताई इस समस्या का समाधान जल्द से जल्द होगा। प्रतिनिधि मंडल में बीएमए मानद् सचिव चौ. जसबीर सिंह, उपाध्यक्ष ईश्वर सिंह, संयुक्त सचिव जी. एल. स्वामी, राजवीर सिंह, राजेंद्र सिंह, गोविंद गुप्ता, विक्रम सिंह राजावत आदि उपस्थित थे।
रीको एमडी किया ने सीईटीपी का निरीक्षण
धारुहेड़ा में हरियाणा व राजस्थान के अधिकारियों की मीटिंग के बाद रीको एमडी शिव प्रसाद नकाते सहित अन्य अधिकारी सीईटीपी पहुंचे औऱ फैक्ट्रियों के गंदे पानी को ट्रीट करने के लिए बिछाई जा रही पाईपलाईन को देखा। उन्होंने रीको अधिकारियों से पाईपलाइन बिछाने के कार्य की प्रगति रिपोर्ट ली और यहां चल रहे कार्यों को देखा। सीईटीपी चेयरमैन सुरेंद्र सिंह चौहान ने रीको एमडी के समक्ष उद्योगों के समस्याओं को रखकर उसका निराकरण करने की मांग की। इसके अलावा अगले माह से लागू होने वाले ग्रेप को लेकर चर्चा किया। चौहान ने रीको एमडी से खुशखेड़ा में बीएमए कार्यालय के लिए भूमि आवंटित करने की मांग की। रीको एमडी शिव प्रसाद नकाते ने भिवाड़ी व खुशखेड़ा औद्योगिक क्षेत्र का दौरा कर सड़कों की स्थिति व गंदगी को देखा।