अलवर के लापता मेटल व्यापारी मंगत अरोड़ा का रेवाड़ी में मिला शव, हत्या कर गोदाम में छिपाया शव
एनसीआर टाईम्स, रेवाड़ी। अलवर शहर से पांच दिन पहले लापता हुए अलवर के मैटल व्यापारी मंगत अरोड़ा का सोमवार को शव मिल गया है। अरोड़ा रेवाड़ी में अंकित भालिया के पास पेमेंट लेने के लिए आए थे लेकिन उसने पेमेंट देने के बजाए मंगत अरोड़ा को मौत के घाट उतार दिया। आरोपी ने रुपए देने से बचने के लिए हत्या की वारदात को अंजाम दिया है। आरोपी अंकित भालिया ने नौकरों के साथ मिलकर अपने गोदाम में पहले मंगत अरोड़ा की हत्या की तथा उसके बाद भट्ठी के पास शव को छिपा दिया। पुलिस ने गोदाम में से मंगत अरोड़ा का शव बरामद कर लिया है। हत्यारोपित अंकित भालिया भी पुलिस की हिरासत में है।
यहां बता दें कि अलवर शहर के मुल्तान नगर रहने वाले मैटल व्यापारी मंगत अरोड़ा गत दस अगस्त को रेवाड़ी में मैटल व्यापारी अंकित भालिया से मिलने आए थे। उनके पास मोटरसाइकिल थी लेकिन अरोड़ा वापस अलवर अपने घर नहीं पहुंचे। उनके परिजनों ने अलवर पुलिस को शिकायत देकर संघी वाड़ा निवासी अंकित भालिया और गुड़िया सराय के रहने वाले सुशील के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। अलवर पुलिस ने जीरो एफआइआर दर्ज करने के बाद रेवाड़ी पुलिस के पास मुकदमा भेज दिया था। मंगत अरोड़ा के स्वजन ने 13 अगस्त को एसपी रेवाड़ी राजेश कुमार से मुलाकात की थी।
एसपी ने मामले की गहनता से जांच का आश्वासन दिया था। रेवाड़ी पुलिस तेजी से मामले की छानबीन में जुट गई। रविवार रात को ही अंकित भालिया को पूछताछ के लिए बुलाया गया। अंकित भालिया लगातार पुलिस को गुमराह करता रहा लेकिन जब सख्ती से उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया कि व्यापारी मंगत अरोड़ा की उसने अपनी फैक्ट्री के ही दो कर्मचारियों के साथ मिलकर हत्या कर दी। हत्या करके शव को भी गोदाम में ही भट्ठी के पास छिपा दिया गया। शुरूआती पूछताछ में अंकित ने पुलिस को बताया है कि मंगत अरोड़ा उससे लाखों रुपये की पेमेंट मांगते थे। वह पेमेंट देने से बचना चाहता था। मंगत अरोड़ा का दस अगस्त को जब उसके पास फोन आया कि वह पेमेंट लेने आ रहा है तब भी उसने कहा था कि पैसे नहीं है। इस पर मंगत अरोड़ा ने कहा था कि पैसे मत देना कम से कम छोले भठूरे ही खिला देना। जब अंकित को लगा कि मंगत अरोड़ा आ रहे हैं तो उसने अपने दो कर्मचारियों के साथ मिलकर उसकी हत्या की साजिश रच डाली। जैसे ही मंगत अरोड़ा उत्तम नगर स्थित उसके गोदाम पर पहुंचे। अंकित ने उन्हें कुर्सी पर बैठाया और रस्सी से गला दबाकर उनकी हत्या कर दिया। अंकित से जब पुलिस को शव गोदाम में ही छिपाकर रखने की जानकारी मिली तो प्रशासन को सूचित किया गया।