एन्टी करप्शन ब्यूरो की कार्रवाई: बानसूर थाने के हेड कांस्टेबल को 1.40 लाख की रिश्वत लेते गिरफ्तार
एनसीआर टाईम्स, अलवर। एन्टी करप्शन ब्यूरो ( एसीबी) नेकार्रवाई करते हहै बानसूर पुलिस थाने में के हैड कांस्टेबल सुरेश सुरेश कुमार जाट को 1 लाख 40 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है।
एसीबी के एएसपी विजय सिंह मीणा ने बताया कि गत सोमवार को परिवादी हरसौली निवासी मुकेश देवी ने ने एसीबी कार्यालय अलवर में उपस्थित होकर एक शिकायत दर्ज कराई थी कि बानसूर पुलिस थाने में उसके पति के खिलाफ दर्ज प्रकरण में गिरफ्तार नहीं करने एवं रफा-दफा करने को लेकर 1 लाख 50 हजार की रिश्वत मांगी जा रही है। वहीं थाना प्रभारी ने बानसूर पुलिस थाने में उसके पति सतीश कुमार को नाजायज रूप से थाने में लाकर पिछले 17 दिनों से बैठा रखा है। इस मामले की शिकायत मिलने के बाद एसीबी की टीम ने शिकायत का सत्यापन करवा कर डीएसपी महेंद्र सिंह मीणा के नेतृत्व में टीम ने जाल बिछाकर ट्रैप की कार्रवाई की और शाम को बानसूर पुलिस थाने पर परिवादी मुकेश देवी ने जैसे ही रिश्वत की राशि हैड कांस्टेबल सुरेश कुमार को सौंपी, उसकी दौरान पहले से तैनात एसीबी टीम ने हैड कांस्टेबल को रिश्वत की राशि सहित गिरफ्तार कर लिया। एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि एसीबी द्वारा हैड कांस्टेबल के हरसौली स्थित गांव में उसके मकान की भी तलाशी की जा रही है। कार्रवाई के समय थाना प्रभारी रविंद्र सिंह कविया और पुलिस थाने के हैड कॉन्स्टेबल थाना प्रभारी के रीडर देवी सिंह थाने पर से गायब थे। एसीबी ने बताया कि थाना प्रभारी की संदिग्ध भूमिका है। इसकी भी जांच की जा रही है वहीं मामले की फाइल थाना अधिकारी के पास थी। रिश्वत की राशि थाना प्रभारी द्वारा ही मांगी गई थी।
एसपी ने थाना प्रभारी और रीडर को किया सस्पेंड
पिछले 17 दिनों से परिवादी को अवैध रूप से हिरासत में लेकर रिश्वत मामले के मामले में थाना प्रभारी की संदिग्ध भूमिका को देखते हुए अलवर पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने थाना प्रभारी रविंद्र सिंह कविया एवं थाना प्रभारी के रीडर देवी सिंह को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया हैं। कार्रवाई से पुलिस थाने पर हडक़ंप मच गया और अधिकतर पुलिसकर्मी थाने से गायब हो गए।
पति को छुड़ाने के लिए पत्नी ने जेवरात बेचकर जुटाए रुपए
एसीबी के एडिशनल एसपी विजय सिंह ने बताया कि महिला बेहद ही गरीब है। अपने पति को थाने से छुड़ाने के लिए एवं मामले को रफा-दफा करने के लिए पुलिस ने डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत मांगी ।इस पर महिला के पास रुपए देने के लिए नहीं थे। महिला ने पिछले 17 दिनों से थाना प्रभारी एवं हेड कांस्टेबल से गुहार की । अंत में महिला ने अपने पीहर नांगल चौधरी पहुंचकर जेवरात बेचकर जेवरात 1 लाख 40 हजार एकत्रित कर हैड कांस्टेबल को सौंपे। महिला भी गांव हरसौली की रहने वाली थी और पकड़ा गया हैड कांस्टेबल भी हरसौली का ही रहने वाला हैं।