वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के रेवाड़ी-नूंह के बीच कल होगा ट्रेन का ट्रायल, रेल पटरी बिछाने का काम पूरा
एनसीआर टाईम्स, भिवाड़ी। वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर (डब्ल्यूडीएफसी) के रेवाड़ी-नूंह खंड के बीच शनिवार को रेलवे लाईन पर ट्रेन दौड़ाकर ट्रायल किया जाएगा जिससे रेल पटरियों की गुणवत्ता की परख हो सके। ट्रायल में खरा उतरने के बाद सितंबर महीने से नियमित रूप से ट्रेनों का संचालन होने की उम्मीद है। उधर नूंह-सोहना खण्ड के बीच काम तेजी से चल रहा है और अरावली की पहाड़ियों में तकरीबन एक किलोमीटर लंबी सुरंग बनाई गई है। नूंह-सोहना के बीच नवंबर में ट्रायल होने की संभावना है।
यहां बता दें कि देश में मालगाड़ियों के निर्बाध रूप से संचालन के लिए अलग से कारिडोर बनाया का रहा है। महाराष्ट्र में जवाहरलाल नेहरू पोर्ट टर्मिनल से उत्तर प्रदेश में दादरी तक वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर बनाया जा रहा है। इसमें राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र आएंगे। इसी तरह पंजाब के लुधियाना जिले में साहनेवाल से पश्चिम बंगाल के दनकुनी तक ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर (ईडीएफसी) तक विकसित किया जा रहा है। इसके दायरे में पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल आदि राज्य आएंगे। दोनों कारिडोर को आपस में जोड़ने के लिए दादरी और खुर्जा के बीच एक बड़े जंक्शन का निर्माण किया जा रहा है। समय पर काम पूरा करने के लिए इसे कई पैकेज व खंडों में बांटा गया है किया जा रहा है। रेवाड़ी से दादरी पैकेज में नूंह-रेवाड़ी भाग की लंबाई लगभग 45 किलोमीटर है। इसका निर्माण पूरा हो गया। 30 जुलाई को ट्रायल के लिए तैयारी भी पूरी कर ली गई है। ट्रायल में पाई जाने वाली कमियों को अगस्त माह के दौरान कमियां दूर कर ली जाएंगी ताकि सितंबर से ट्रेनों का संचालन शुरू किया जा सके।
अरावली में बनाई दुनिया की अनूठी सुरंग, एक साथ गुजरेंगी दो ट्रेन
नवंबर के दौरान नूंह-सोहना भाग का ट्रायल हो सके, इसके लिए अरावली पहाड़ी क्षेत्र में बनाई गई सुरंग में ड्रेन का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। अगले महीने निर्माण कार्य हर स्तर पर पूरा हो जाएगा। अरावली में दुनिया की अनूठी सुरंग बनाई गई है। इस रूट पर दो डबल डेकर ट्रेनें एक साथ चल सकेंगी। दुनिया में कहीं भी ऐसी सुरंग नहीं जिससे होकर डबल डेकर ट्रेनें गुजरती हों। दुनिया में ऐसी भी कोई सुरंग नहीं जिससे होकर दो ट्रेनें एक साथ गुजरती हों।
