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दिल्ली में देह व्यापार करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, 14 विदेशी नागरिक सहित 15 लोग गिरफ्तार

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की क्राईम ब्रांच ने दस हजार से 25 हजार रुपये तक में देह व्यापार के लिए विदेशी युवतियां उपलब्ध कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 13 विदेशी नागरिकों सहित 15 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें वह 10 युवतियां भी शामिल हैं, जिन्हें आरोपितों ने नकली ग्राहक के समक्ष पेश किया था।

उज्बेकिस्तान की रहने वाली हैं सभी युवतियां

इन सभी के दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं। सभी युवतियां उज्बेकिस्तान की रहने वाली हैं। इन्हें नौकरी का झांसा देकर यहां देह व्यापार के लिए लाया गया था। गिरफ्तार आरोपितों में बिहार के कटिहार निवासी मोहम्मद अरूप, दरभंगा निवासी चंदे साहनी, दिल्ली के मालवीय नगर निवासी अली शेर, तुर्कमेनिस्तान निवासी जुमएव अजीजा और उसका पति मेरेडोब अहमद शामिल हैं।

मालवीय नगर में करवाया जा रहा था देह व्यापार

डीसीपी के अनुसार, अपराध शाखा की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट को सूचना मिली थी कि मालवीय नगर इलाके में विदेशी युवतियों से देह व्यापार करवाया जा रहा है। इस पर सिपाही सोहन वीर नकली ग्राहक बनकर गया। उसके साथ एएसआइ राजेश गवाह बनकर गए थे।

विदेशी युवतियों से मांगे गए दस्तावेज

उन्होंने एजेंट मोहम्मद अरूप और चंदे साहनी उर्फ राजू से बात की तो दोनों ने मालवीय नगर में 10 विदेशी युवतियां पहुंचाई। उसी समय पुलिस टीम ने छापा मारकर दोनों को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही इन विदेशी युवतियों से दस्तावेज मांगे गए, जो वह पेश नहीं कर सकीं।

नौकरी का झांसा देकर देह व्यापार में धकेली जाती थीं युवतियां

आरोपितों ने पुलिस को बताया कि जुमएव अजीजा और मेरेडोब अहमद गिरोह चलाता है। जबकि, उज्बेकिस्तान निवासी अली शेर विदेशी युवतियों को नौकरी का झांसा देकर दिल्ली लाने के बाद उन्हें देह व्यापार में धकेल देता था। पुलिस ने इन तीनों आरोपितों को भी गिरफ्तार कर लिया। अपराध शाखा ने विदेश नियमावली के उल्लंघन का मामला भी दर्ज किया है।

काफी समय से काम कर रहा था गिरोह

पुलिस ने फिलहाल कुछ पासपोर्ट, मोबाइल फोन एवं अन्य दस्तावेज जब्त किए हैं, जिनका सत्यापन कराया जा रहा है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरोह काफी समय से काम कर रहा था और केवल नियमित ग्राहकों और उनके परिचितों को ही युवतियां मुहैया करवाता था।

डीसीपी ने बताया कि अभी यह साफ नहीं हुआ है कि युवतियां अपनी मर्जी से देह व्यापार कर रही थीं या उनसे जबरन यह कार्य करवाया जा रहा था। यह भी पता लगाया जा रहा है कि ये युवतियां भारत कब आई थीं।

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