तावडू में खनन माफियाओं ने डीएसपी को डंफर से कुचला, डीएसपी की मौके पर मौत, एक आरोपी गिरफ्तार
एनसीआर टाईम्स, भिवाड़ी। भिवाड़ी के निकट तावडू में खनन माफिया की हैवानियत भरी खबर सामने आई है। तावडू क्षेत्र के पचगांव में अवैध खनन की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे डीएसपी सुरेंद्र सिंह के ऊपर खनन माफिया ने डंपर चढ़ा दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने एक आरोपी इक़रार को गिरफ्तार कर लिया है। हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने खनन माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। हिसार जिले के रहने वाले डीएसपी सुरेंद्र सिंह इसी साल 31 अक्टूबर को रिटायर होने वाले थे। पुलिस की नौकरी में आने से पहले वह पशुपालन विभाग में अधिकारी थे। पुलिस के मुताबिक 12 अप्रैल 1994 को हरियाणा पुलिस में ASI के पद पर भर्ती हुए थे और पदोन्नत होकर डीएसपी के पद तक पहुंचे थे।
जानकारी के अनुसार तावडू थाना क्षेत्र के पचगांव से सटी अरावली पहाड़ी पर अवैध रूप से खनन करने की सूचना मिलने के बाद डीएसपी (तावडू) सुरेंद्र सिंह बिश्नोई मंगलवार सुबह अपनी टीम के साथ पहुंचे। पुलिस टीम को देख पहाड़ी के पास खड़े डंपर लेकर उनके चालक और खनन में लगे लोग भागने लगे। डंफरों को रोकने के लिए डीएसपी आगे आए तो डंपर चालक उनके ऊपर वाहन चढ़ाकर मौके से भाग गया। डंपर के टायर के नीचे आने से डीएसपी सुरेंद्र सिंह बिश्नोई की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही एसपी नूंह वरुण सिंगला मौके पर पहुंचे और आरोपियों को पकड़ने के निर्देश दिए।
अरावली में अवैध खनन से गायब हो गए पहाड़
हरियाणा व राजस्थान में अवैध खनन बड़े पैमाने पर होने से कई पहाड़ गायब हो गए हैं। सुप्रीम कोर्ट इसको लेकर तल्ख टिप्पणी कर चुका है। अवैध खनन को लेकर पुलिस प्रशासन की मिलीभगत के आरोप लगते रहे हैं। खनन माफिया गुरुग्राम और नूंह जिले में खूब सक्रिय हैं। साथ में अवैध खनन से जीव-जंतुओं की प्रजातियों को भी नुकसान की आशंका है। बावजूद इसके खनन माफिया की गुंडागर्दी जारी है। हालांकि, खनन माफिया पर पुलिस मुकदमा भी दर्ज कर चुकी है, लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ा है। नूंह जिले के नांगलमुबारिकपुर घागस कंसाली तथा झिमरावट, शेखपुर आदि गांवों के लोगों पर अवैध खनन के मुकदमे दर्ज किए हैं, लेकिन अवैध खनन करने वालों के हौसले इतने बुलंद हैं कि पुलिस और खनन विभाग की सख्ती के बावजूद भी नहीं मानते हैं। यही हाल पेड़ों को काटने वालों का है। एक बार जुर्माना भरने के बाद भी पेड़ों को काटने के से नहीं चूकते।
– सम्भवतः अचानक कार्रवाई करने के फैसले के कारण डीएसपी को बैकअप फोर्स बुलाने का वक़्त नहीं मिला होगा। इस वारदात में हथियारों का इस्तेमाल नहीं हुआ है। डीएसपी के मौके पर पहुंचने पर खनन माफियाओं ने उनके ऊपर डंफर चढ़ा दिया, जिससे उनकी मौत हो गई।
– डॉ एम रविकिरण, एडीजीपी साउथ रेंज।
