सिंगर भूपेंद्र सिंह का 82 साल की उम्र में निधन, शोक में डूबा बॉलीवुड
मशहूर सिंगर भूपेन्द्र सिंह सोमवार को अलविदा कहते हुए दुनिया से कूच कर गए। उनके निधन से बॉलीवुड में शोक छा गया है और फिल्मी सितारे व उनजे चाहने वाले ग़मज़दा हो गए हैं। भूपेंद्र सिंह ने अपने करियर की शुरुआत आल इंडिया रेडियो से किया था और बाद में दूरदर्शन से भी जुड़ गए थे । बताया जाता है कि 1962 में संगीतकार मदन मोहन ने उन्हें एक कार्यक्रम में गाते हुए सुनने के बाद मुंबई बुला लिया और उन्हें फ़िल्म ‘हकीकत’ में मन्ना डे, मोहम्मद रफी व तलत महमूद जैसे मशहूर गायकों के साथ गाने का मौका दिया। ‘नाम गुम जाएगा…’, ‘बीती न बिताई रैना…’, ‘दिल ढूंढता है…’ जैसे कई गानों के गायक भूपिंदर के करियर में बस गिनती के बॉलीवुड गाने हैं लेकिन आज भी वो गाने आपके मनपंसद गानों की लिस्ट में मौजूद रहते हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, उनकी पत्नी मिताली सिंह ने बताया कि मुंबई के एक अस्पताल में भूपिंदर सिंह का निधन हो गया। ग़ज़ल गायिका पीनाज मसानी सहित अन्य गायकों व कलाकारों ने भूपेंद्र सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए बॉलीवुड के लिए अपूर्णीय क्षति बताया है।
ग़ज़ल गायक व संगीतकार भी थे भूपेंद्र सिंह
भूपिंदर ख़ुद एक संगीतकार भी थे और मानते थे कि ग़ज़ल का चलन कम होने का कारण आजकल की संगीत शैली है।वो कहते थे, “ग़ज़ल शायर का ख़्याल है, उसकी सोच है, तसव्वुर है और जो इसे गा रहा है, संगीतबद्ध कर रहा है वो इसे समझे बिना ऐसा करेगा तो ग़ज़ल अच्छी नहीं बनेगी”।भूपिंदर की जीवनसाथी और गायिका मिताली भी हिंदुस्तानी ग़ज़ल गायकी में एक जाना-पहचाना नाम है। उनका बेटा निहाल सिंह भी म्यूजिशियन है।