जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे का निधन, अज्ञात बंदूकधारी के हमले में हुए थे गंभी घायल
जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे (Shinzo Abe) का शुक्रवार को निधन हो गया है। शिंजो जापान के नारा शहर में एक जनसभा के दौरान गोलीबारी में घायल हो गए थे। घायलावस्था में उन्हें इलाज के लिए फौरन अस्पताल ले जया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बच सकी। बताया जा रहा है कि गोली लगने के बाद उन्हें कार्डियक अरेस्ट भी हुआ था।जापान की स्थानीय मीडिया ने आबे के निधन की पुष्टि की है। अधिकारियों का कहना है कि जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की मृत्यु हो गई है।
दुनिया के प्रमुख नेताओं ने जताया दुख
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शिंज़ो आबे को गोली मारे जाने की घटना पर लिखा, ”जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंज़ो आबे पर हमले की ख़बर सुनकर स्तब्ध हूँ। उन्होंने भारत और जापान के संबंधों को प्रगाढ़ करने में अहम भूमिका निभाई है. उनके ठीक होने की दुआ करते हैं। मेरी संवेदनाएँ उनके परिवार के साथ है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी शिंजो आबे के निधन पर दुख जताया है। इसके अलावा अमरीका, ब्रिटेन, नेपाल सहित अन्य देशों के प्रमुख नेताओं ने दुख जताया है
हमलावर ने चुनावी सभा में मारी थी गोली
शिंजो पर हमला उस दौरान हुआ, जब वह पश्चिमी जापान के नारा शहर में एक सभा को संबोधित कर रहे थे। सूत्रों के हवाले से आई खबर के अनुसार, उन पर गोली चलाई गई है। जिसके बाद वह भाषण के दौरान ही गिर गए। सभा में मौजूद एक शख्स के अनुसार, उसे गोली चलने की आवाज आई और उसने शिंजो आबे को घायल देखा, जिनसे खून बह रहा था। वहीं डॉक्टरों के अनुसार, शिंजो आबे के शरीर के सभी अंगों ने काम करना बंद कर दिया है। उनकी हालत बेहद नाजुक है। उन्हें बचा पाना मुश्किल है। वहीं पुलिस ने एक संदिग्ध हमलावर को भी गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा ही कि हमलावर ने शिंजो आबे पर पीछे से उस दौरान हमला किया जब वे नारा शहर में एक सभा को संबोधित कर रहे थे। इसी बीच शिंजो आबे को गोले लगने के बाद जापान के पीएम फुमियो किशिदा अपना कैम्पेन छोड़कर टोक्यो के लिए रवाना हो गए हैं। पीएम हेलिकॉप्टर से टोक्यो लौट रहे हैं। उनके साथ अन्य मंत्री भी हैं।
2020 में दिया था प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा
आपको बता दें कि शिंजो आबे पीएम मोदी के अच्छे दोस्तों में से एक हैं। उन्होंने साल 2020 के अगस्त में जापान के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने यह फैसला अपने स्वास्थ्य कारणों की वजह से लिया था। 65 वर्षीय अबे ने पद छोड़ने की घोषणा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में की थी। उन्होंने कहा था कि उन्हें इंटेस्टिनाइल बीमारी का इलाज करने के लिए कुछ समय की जरूरत है इसलिए वह अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं। पिछले दो हफ्तों के दौरान शिंजो आबे को दो बार अस्पताल जाना पड़ा है। इससे बात के अनुमान लगाए जा रहे हैं कि उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं चल रहा है।
2012 में पूर्ण बहुमत के साथ चुनाव जीतने के बाद शिंजो आबे दोबारा प्रधानमंत्री बने थे। सात साल के इस कार्यकाल ने उन्हें जापान का सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री बने रहने का गौरव प्रदान किया है। अबे का कार्यकाल समाप्त होने में अभी एक साल का वक्त बचा था।