♦इस खबर को आगे शेयर जरूर करें ♦

यूरोपियन सुपर लीग पर मंडराया संकट: इंग्लिश प्रीमियर लीग के 6 क्लब हो सकते हैं अलग

यूरोपियन सुपर लीग को लेकर विवाद बढ़ने लगा है। अब इंग्लिश प्रीमियर लीग के छह क्लबों आर्सेनल, चेल्सी लिवरपूलए मैनचेस्टर सिटीए मैनचेस्टर यूनाइटेड और टॉटेनहम हॉटस्पर क्लबों ने यूरोपियन सुपर लीग से हटने का ऐलान किया है। अब ईपीएल के इन 6 क्लबों के यूरोपियन लीग से हटने के बाद अब यूरोपियन सुपर लीग ने घोषणा की कि इस परियोजना को फिर से शुरू करने के लिए कदम उठाए जाएंगे। रिपोर्ट के अनुसार, सुपर लीग ने एक बयान जारी कर कहा है कि वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए इस परियोजना को फिर से शुरू करने के लिए उपयुक्त कदमों पर पुनर्विचार करेंगे।

फुटबॉल पिरामिड के लिए संसाधन जुटाना मकसद
बता दें कि 20 टीमों को लेकर हाल ही यूरोपीय सुपर लीग का ऐलान किया गया था। वहीं ईपीएल के 6 क्लबों के हटने के बाद भी यूरोपीय सुपर लीग का कहना है कि इस लीग को बनाने का उद्देश्य पूरे फुटबॉल पिरामिड के लिए संसाधनों और स्थिरता पैदा करते हुए खेल को विकसित करने की अनुमति देना है। साथ ही बयान में कहा गया कि महामारी के परिणामस्वरूप पूरे फुटबॉल समुदाय द्वारा अनुभव की गई वित्तीय कठिनाइयों को दूर करने में मदद करना भी इस लीग का मकसद है।

सबसे पहले मैनचेस्टर सिटी हटी
बता दें कि इंग्लैंड, स्पेन और इटली की कुल 12 शीर्ष यूरोपीय टीमों ने इसी सप्ताह घोषणा की थी कि वे अपनी लीग बनना चाहते हैं। इसमें 15 स्थायी सदस्यों के साथ 20 टीमें शामिल थीं। इस बीच मंगलवार को मैनचेस्टर सिटी ने इस लीग से हटने का फैसला किया। मैनचेस्टर सिटी ने औपचारिक रूप से पुष्टि की थी कि वो इस लीग से हट रही है। मैनचेस्टर सिटी के अलावा अन्य पांच क्लबों लिवरपूल एफसीए मैनचेस्टर यूनाइटेड, टोटेनहम हॉटस्पर, आर्सेनल एफसी और चेल्सी ने भी यूरोपियन लीग से हटने का ऐलान किया है। वहीं चर्चा है कि बार्सिलोना और एटलेटिको मैड्रिड भी इस लीग से खुद को अलग कर सकती है। बताया जा रहा है कि प्रीमियर लीग के 14 क्लब यूरोपियन सुपर लीग में शामिल होने के इच्छुक नहीं है। वहीं लिवरपूल के मिडफील्डर जेम्स मिलनर भी यूरोपियन सुपर लीग बनाने के फैसले के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा है कि खिलाड़ियों का अपने उस फैसले पर कोई नियंत्रण नहीं है जोकि फुटबॉल का चेहरा बदल सकता है।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे
Donate Now
               
हमारे  नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम अलर्ट , और सभी खबरें डाउनलोड करें
डाउनलोड करें

जवाब जरूर दे 

केंद्र सरकार के कामकाज से क्या आप सहमत हैं

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles

Close
Close
Website Design By Bootalpha.com +91 84482 65129